गजल: बद्री प्रसाद वर्मा अनजान
कागज पर मोहब्बत का गीत कागज पर मोहब्बत का गीतलिख दो मेरे यार ।हमको भी देखो तुमसेअब हो गया है प्यार। दिल को मेरे और तुमकरो न बेकरार।तुमको बना लिया…
कागज पर मोहब्बत का गीत कागज पर मोहब्बत का गीतलिख दो मेरे यार ।हमको भी देखो तुमसेअब हो गया है प्यार। दिल को मेरे और तुमकरो न बेकरार।तुमको बना लिया…
यह दुनिया न मेरी न तेरी रहेगी बद्री प्रसाद वर्मा अनजान यह दुनिया न मेरी न तेरी रहेगीन इतरा इतना यह यहीं रहेगी। राजा और रंक सब आते रहेंगेदुनिया का…
अच्छा लगता है हर पल,तेरी यादों में खोना ।याद आता वो सुखद पल,तेरी गोद में सोना ।।वो प्रकृति का करीब से ,जो अनुभव होना ।मदहोश भरे पल में,हमारा करीब होना…
सारे संबंध अब अर्थहीन हो गए हैंखून के रिश्ते भी अब न्यून हो गए हैंकौन कहता है कि रिश्ते टूटते नहींयह वह शहर है जहां पर सब सुनते हो गए…
मेरी गजल में न रद्दोबदल की बात की बात करो,ग़ज़ल पे हो रहे रद्दे अमल की बात करो। घरों पे हो रहे कब्जे अभी भी जारी हैं,हुआ है आज जो…