निसान हूँ, मैं किसान हूँ, परेशान हूँ: आदर्श पाण्डेय
सब कहते मै किसान ,मै देश की शानदिन रात करता काम नहीं करता कभी आराममै मानवता का सच्चा सेवक श्रम से गहरा नातासह कर गर्मी धूप को फसल अपनी उगाता।बस…
सब कहते मै किसान ,मै देश की शानदिन रात करता काम नहीं करता कभी आराममै मानवता का सच्चा सेवक श्रम से गहरा नातासह कर गर्मी धूप को फसल अपनी उगाता।बस…
ये जिंदगी हर मोड़ पर मेरा ही मजाक बनाती रही,न जाने क्यूं,हर दिन,हर पल मुझे ही तड़पती रही। ऐ जिन्दगी बता हर बार मेरा ही इम्तिहान क्यों लेती है,हर बार…
भीख मांगते सड़कों पर,खूब सता रही है भूख,तन पर कपड़े फटे हुये,गला जा रहा अब सूख। कोई दे कोई धुत्कार दे,अजब जहां की है रीत,खुशियों में सब दोस्त है,बिगड़ी का नहीं…
युगों युगों से पूजे नारी, लिया उसे है देवी मान।कभी देखते दुर्गा उसमें, कभी करे लक्ष्मी का ध्यान। कभी उसी नारी को तुम क्यों, लेते हो फिर अबला जान।देवी जिसको…
कभी तो एक दुआ कुबूल हो मेरीबगैर किसी इबादत के। वो भी जताए प्यार मुझ परबिना किसी शिकायत के । वो भी मुझे गले लगाएबिना मेरी इजाजत के । मोहब्बत…
मेरे अहसास एक मुद्दत से उसने मेरा हाल नहीं पूछा कहते हैं लफ़्ज़ों की बरसात नहीं करता एक उम्र ही गुजर गई उससे मिले बगैर सुना है अब वो किसी…
मेरा स्वाभिमान है यह ———— मैं गिरकर उठने का हुनर अब जान गई हूं किंलिष्ट प्रकृति का आवरण पहचान गई हूं तीन लोको की करती हुई आज अगुवाई जीवन -मृत्यु…
रचना रचना मेरी कौनसी उत्तम,सोंचूँ मन ही मन ये मैं,ग़ज़ल सुरीली या गीत की सरगम,किसको मन में ध्यानूं मैं, किसी में होते भाव प्रखर तो,किसी में शब्दों का फेरा,कुछ में…
भूख से व्याकुल हुआ हुआ ये शख़्स आख़िर कौन है क्या वो आदम जात है या देवता जो मौन है भोग छप्पन जिसको लगें वो क्यू इसे खाता नही ओर…
कुछ लिख दूँ तुम पर आज प्रियेह्रदय मे तेरा नेह लिएसुन्दर शब्दो की माला गुह करडालूँ गले मे तेरे हार प्रिये कुछ लिख दूँ तुम पर आज प्रिये ।। जन्मो…
आंखों आंखों में ही जाने , क्या ? इशारे कर गये ।शाम को कूॅंचाह में आये , क्या ? इशारे कर गये ।। कॅंपकताते होंठ लरजे , गजब की मस्ती…
ਵਾਤਾਵਰਣ ਸੰਬੰਧੀ ਸਰਗਰਮੀ ਦੇ ਇੱਕ ਸ਼ਾਨਦਾਰ ਪ੍ਰਦਰਸ਼ਨ ਵਿੱਚ, ਹਨੀ ਲੂਥਰਾ, ਆਮ ਆਦਮੀ ਪਾਰਟੀ ਦੇ ਅੰਦਰ ਇੱਕ ਜੋਸ਼ੀਲੇ ਨੌਜਵਾਨ ਆਗੂ, ਨੇ ਨੌਜਵਾਨਾਂ ਨੂੰ ਹਰਿਆ ਭਰਿਆ ਭਵਿੱਖ ਲਈ ਕਦਮ ਚੁੱਕਣ ਦੀ ਅਪੀਲ…
ਪਟਿਆਲਾ 24 ਅਗਸਤ, ਅੱਜ ਦੇ ਸਮੇਂ ਵਿੱਚ ਜਿੱਥੇ ਇੰਟਰਨੈੱਟ ਦੀ ਵਰਤੋਂ ਵਧਣ ਨਾਲ ਦੇਸ਼ ਤਰੱਕੀ ਦੇ ਰਾਹੇ ਪਿਆ ਹੈ, ਉੱਥੇ ਹੀ ਇਸ ਦਾ ਗਲਤ ਇਸਤਮਾਲ ਕਰ ਲੋਕਾਂ ਨਾਲ ਫਰਾਡ ਦੇ…
भाई मणि सिंह (1670-1737) एक प्रमुख सिख विद्वान, धर्मशास्त्री और शहीद थे जिन्होंने सिख समुदाय के इतिहास के एक महत्वपूर्ण दौर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें सिख धर्मग्रंथ में उनके…