सजल एक सजल: रवेन्द्र पाल सिंह ‘रसिक’ साहित्यशाला Dec 27, 2023 0 ✒️वेदना की चुभन हो गयी जिंदगी।बस तपन ही तपन हो गयी जिंदगी।। ✒️उम्र की वारुणी में गरल बन घुली।पी लिया… Read More