भूख से व्याकुल हुआ हुआ

ये शख़्स आख़िर कौन है

क्या वो आदम जात है

या देवता जो मौन है

भोग छप्पन जिसको लगें

वो क्यू इसे खाता नही

ओर जो भूखा मर रहा है

वो भी इसे भाता नही

देख कर मंजर भयानक

छुप के बैठा है ख़ुदा

अन्न पर क़ब्ज़ा है जिसका

है कहाँ वो कौन है