फिर उठी आख़िर सदा तौहीद की पंजाब से*श।।
हिन्द को इक मर्द-ए-कामिल ने जगाया ख़्वाब से।।

 राष्ट्रीय काव्य रसिक मंच उ प्र. इकाई की "शहादत दिवस" विशेष आनलाइन काव्य गोष्ठी दिनांक 17 -12 -2023 दिन रविवार शाम 6:00 बजे से शुरू हो कर देर रात संपन्न हो गई।
 विशेष काव्य में गोष्ठी में कार्यक्रम अध्यक्ष के रुप में श्रीमती कुलदीप कौर धंजुं , पंजाब और मुख्य अतिथि  के रूप में प्रो0 कवलजीत सिंह कंवल, मोहाली, आ. शायर भट्टी  की गरिमामय उपस्थिति रही।    

संस्था के संस्थापक रामकुमार रसिक ने विशेष उद्बोधन दिया।
गोष्ठी का शुभारंभ . जया मोहन प्रयागराज द्वारा माँ सरस्वती की वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात मंच की उत्तर प्रदेश इकाई मंत्री जगदीश कौर ने श्रीमती कुलदीप कौर धंजूं जी का, रा. कार्यक्रम संयोजक सुधीर श्रीवास्तव ने शायर भट्टी जी का व इकाई अध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव जी ने प्रोफेसर कंवलजीत सिंह कंवल जी का परिचय प्रस्तुत किया।मंच के संस्थापक रामकुमार रसिक ने सभी अतिथियों, कवियों, कवयित्रियों का स्वागत, अभिनंदन करते विशेष उद्बोधन के साथ अपनी शुभकामनाएं दी।
तत्पश्चात कार्यक्रम अध्यक्ष की अनुमति और उनके द्वारा “शहादत दिवस संबंधी उद्बोधन, जानकारी के उपरांत “गुरु गोबिंद सिंह जी, उनके साहिबजादे / साहिबजादों के शहादत दिवस” से सम्बंधित विभिन्न विधाओं में अपने काव्य पाठ से एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों से जहां काव्य की धारा प्रवाहित होती रही, वहीं उत्कृष्ट जानकारियां भी प्राप्त हुईं।
4 घंटे से अधिक समय तक चली इस विशेष काव्य गोष्ठी में आ.मनमोहन सिंह तन्हा प्रयागराज, खालिद हुसैन सिद्दीकी लखनऊ, हरमिंदर कौर अमरोहा, जया मोहन प्रयागराज, निखिलेश मालवीय प्रयागराज, डॉ. (कु.) शशी जायसवाल प्रयागराज, अन्नपूर्णा मालवीया ‘सुभाषिनी’ प्रयागराज, कुंवर प्रवल प्रताप सिंह राणा “प्रवल”, अभिषेक शुक्ला नीरज चित्रकूट, शिवनाथ सिंह शिव रायबरेली, तारकेश्वर मिश्र “जिज्ञासु”, महेंद्र भट्ट ग्वालियर, सुनीता श्रीवास्तव सुल्तानपुर, कामेश्वर कुमार “कामेश” रांची, प्रोफेसर शरद नारायण खरे,प्रभात राजपूत, सतीश शिकारी रतलाम, डॉ मधुकर राव लारोकर “मधुर”, डॉ देवीदीन अविनाशी, उषा कंसल बैंगलोर, प्रतिमा पांडेय प्रयागराज, ईश्वर चंद्र जायसवाल संत कबीर नगर, सुनीति केशरवानी ‘नीति’ प्रयागराज, मुस्कान केशरी मुजफ्फरपुर, अंबे कुमारी बोधगया, बसंत श्रीवास, हरविंदर सिंह गुलाम पटियाला, खुशबू गौतम लखनऊ, प्रीत कौर प्रीती, गुरी चंदड, जय शंकर सिंह बनारस, रामरतन श्रीवास ‘राधे-राधे’, सोमेश तिवारी ‘सोम’ सीतापुर, ममता श्रवण अग्रवाल सतना, एड. सुनील श्रीवास्तव ‘बेचारा’, कंचन श्रीवास्तव प्रयागराज, मिताली श्रीवास्तव वर्मा छत्तीसगढ़ , मालविंदर शायर पंजाब बटाला, सुधीर श्रीवास्तव गोंडा,‌जगदीश कौर प्रयागराज ,इंजी. प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव सीतापुर, रवेंद्र पाल सिंह’रसिक’ मथुरा ने अपनी स्वर लहरियां बिखेरी।
गोष्ठी का संचालन जगदीश कौर, तारकेश्वर मिश्र “जिज्ञासु” और सतीश शिकारी ने संयुक्त रूप से किया
अंत में कार्यक्रम अध्यक्ष के रुप में कुलदीप कौर जी ने इतने शानदार आयोजन के लिए प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी पदाधिकारियों, कवियों कवयित्रियों को बधाइयां और शुभकामनाएं देकर शहादत दिवस की महत्ता पर प्रकाश डाला।
राष्ट्रीय महामंत्री रामरतन श्रीवास राधे कृष्णा ने सभी को बधाइयां शुभकामनाएं दी।
इकाई अध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव ने सभी अतिथि, पदाधिकारियों, और कवियों, कवत्रियों का आभार धन्यवाद करते गोष्ठी के समापन की घोषणा की।
चार घंटे से अधिक समय तक चले इस गोष्ठी में सभी के सामंजस्य और सहयोग की सराहना करते हुए, पूरे समय अपनी उपस्थिति और हौसला अफजाई करते रहे राष्ट्रीय कार्यक्रम संयोजक सुधीर श्रीवास्तव ने ऐसे प्रयासों के लिए आयोजकों के समर्पण की भूरि भूरि प्रसंशा की।