साहित्यिक संस्था “कविता कथा कारवाँ ,लुधियाना की तरफ़ से विशाल वार्षिक साहित्यिक मेला डॉ. सुरेश नायक की अध्यक्षता में संपन्न किया गया जिसमें विशेष मेहमान के रूप में डॉ.हरि सिंह जाचक, डॉ. गुरचरन कौर कोचर, डॉ.मोहम्मद रफ़ी,संदीप शर्मा भाषा विभाग, लुधियाना उपस्थित थे। डॉ जसप्रीत कौर फ़लक की संपादकीय पुस्तक ‘नारी हर युग में हारी’, कवयित्री कुलजीत कौर ग़ज़ल की ‘निलियाँ अखां’,पंजाबी काव्य संग्रह, डॉ राजेंद्र साहिल द्वारा रचित ‘दशम पिता दशमेश के बावन दरबारी कवि’, हरविंदर सिंह ग़ुलाम दी पंजाबी पत्रिका ‘ विरसा’ का लोकार्पण किया गया।जिसमें प्राचार्या डॉ ज्योति खन्ना जालन्धर,डॉ सिद्धेश्वर पटना से ने शामिल होकर पुस्तकों की समीक्षा की।डॉ आशा शर्मा, अर्चना, सतीश बस्सी,अमृतपाल सिंह गोगिया,राजदीप टूर, कोमलदीप कौर,शैली वाधवा,गुरदीप सिंह औलख़,मनजीत सिंह मीत,प्रीत कौर,आदि ने कवि दरबार में हिस्सा लिया।गायक हीरा स्वामी ने डॉ जसप्रीत कौर फ़लक के गीत ग़ज़लों का गायन किया।अशोक धीर,रीना गोयल जैन(अध्यक्षा महिला मोर्चा) ने गायकी से महफ़िल में रंग भरा।डॉ हरि सिंह जाचक ने काव्य श्री के रूप में डॉ जसप्रीत कौर फ़लक को उनकी जन्म दिन पर शब्दों का गुलदस्ता भेंट किया।वहीं डॉ मोहम्मद रफ़ी ने कहा कि एक लिखारी को अपना जन्मदिन कवि दरबार, मुशायरे करवा कर ही मनाना चाहिए।रेडियो,टीवी ऐंकर श्रीमति कमलेश गुप्ता ने मंच संचालन बख़ूबी किया।स. तेजिंदर सिंह ग़ूबर जी ने सभी उपस्थित शख़्सियतों को बूटे प्रदान करने की सेवा निभाई।संस्था के उप-प्रधान डॉ जगतार धीमान जी ने अपने स्वागती भाषण से सबको भाव-विभूत कर लिया।भाषण से अंत में संस्था की सचिव रश्मि अस्थाना ने आये हुए सभी अतिथियों का धन्यवाद किया।