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संतों की है कमी नहीं: “अनंग”

संतों की है कमी नहीं जिसका भी जमीर  जिंदा हो, भारत का सम्मान करें।हिन्दू,मुस्लिम,सिक्ख,ईसाई, जय-जय हिंदुस्तान करें।। सब  अपनी  पूजा  पद्धति  को, अंतर्मन  से अपनाएं।कहीं प्रार्थना, गुरुवाणी हो, आरती और…

पीयूष गोयल ने हाथ से दर्पण छवि में लिखी १७ पुस्तकें

दुनिया में एक से एक कलाकार मौजूद है जिनकी प्रतिभा देखकर लोग चमत्कार समझने लगते है। ऐसे ही एक कलाकार ने पांच तरह की पुस्तकों को लिखकर चौका दिया है।…

तरक़्क़ी को देख कर फुले नहीं समा रहे थे …..

बिहार का रहने वाला एक १८ वर्षीय युवा मुश्किल से १०वी पास, चार बहन भाइयों में सबसे छोटा, कुछ करने के लिए अपने माँ बाप को बिना बतायें दिल्ली आ…

बुद्ध: ग़ुलाम

झूठ की बंजर जमीं पर सत्य बोने के लिए  आसां है बहुत तलवार से दुनियाँ को जीतना प्रेम की ढाल चाहिए बुद्ध होने के लिए  देख कर दुःख दर्द दुनियाँ…

एहसास जिंदगी का: डॉ. आकांक्षा रूपा चचरा

पहचान अपनी बनाना जरूरी है किसी के दिल को अपना बनाना जरूरी है यूं तो मिल जाते हैं बहुत लोग जनाब धड़कन धड़कनों से मिलाना जरूरी है।उनके आने से जो…

मन के कागज पर: ज्ञानेन्द्र पाण्डेय “अवधी-मधुरस”

(मन के कागज पर) फुर्सत के इन कुछ पल-छिन परस्वप्न सुनहरे खुले अंबर परचुन ली हैं मन की आशाएंचित्र उकेरे मन कागज पर कभी गरजतीं कभी बरसतींरह-रह कर फिर कभी…