है श्रद्धा भारतीय नारी कर नहीं सकता कोई बराबरी तुम्हारी
तुम मां मे ममता हो भगिनी में समता हो
तुम उपासना हो देवों की आराधना भी तुम हो
संस्कृति तुमसे जुड़ी है नारी हो रामायण गीता की
विश्व सुंदरी दस्यु सुंदरी लैला भी हो तुम मजनू की
बसंत की बयार हो तुम रितु हो रितिका की
कौन बनेगा करोड़पति हॉट सीट पर बच्चन की गृहणी
संगीत हो तुम नायिका हो पतिदेव की
अभिन्न कड़ी है अब तुम ही बताओ
नारी होना भी कौन सा गौरव से कम है
फिर शोहरत का यह कैसा पागलपन है
देख कर एक्स तुम्हारा
भारतीय संस्कृति का इतिहास रोता है संध्या
जब विज्ञापनों में अर्धनग्न अश्लील प्रतिबंध जो इनका छपा होता है
युगो युगो से मिली संपदा को
घर घर की कहानी कभी सास भी बहू थी
चंद लब्जो को यू कौड़ियों के दाम न तोलो
रूपहले पर्दे पर यूं सरे आम वस्त्र तो ना खोलो
संध्या जैन महक
भिलाई छत्तीसगढ़