कहानी- औकात जिस दिन से दिनेश अहमदाबाद आये, मन का चैन छिन गया। एक लम्बे अरसे से वह उससे दूर…
Read Moreकहानी- औकात जिस दिन से दिनेश अहमदाबाद आये, मन का चैन छिन गया। एक लम्बे अरसे से वह उससे दूर…
Read Moreये तेरा चहकना महकना भी क्या बात हैतुझसे मिल कर बाते करना भी क्या बात हैअरे ज़रा गौर से तो…
Read Moreसुषमा आज फूली नहीं समा रही थी, और होती भी क्यू ना ..उसकी बेटी के लिए वो मोती सा दामाद…
Read Moreसब कहते मै किसान ,मै देश की शानदिन रात करता काम नहीं करता कभी आराममै मानवता का सच्चा सेवक श्रम…
Read Moreये जिंदगी हर मोड़ पर मेरा ही मजाक बनाती रही,न जाने क्यूं,हर दिन,हर पल मुझे ही तड़पती रही। ऐ जिन्दगी…
Read Moreभीख मांगते सड़कों पर,खूब सता रही है भूख,तन पर कपड़े फटे हुये,गला जा रहा अब सूख। कोई दे कोई धुत्कार…
Read Moreयुगों युगों से पूजे नारी, लिया उसे है देवी मान।कभी देखते दुर्गा उसमें, कभी करे लक्ष्मी का ध्यान। कभी उसी…
Read Moreकभी तो एक दुआ कुबूल हो मेरीबगैर किसी इबादत के। वो भी जताए प्यार मुझ परबिना किसी शिकायत के ।…
Read Moreमेरे अहसास एक मुद्दत से उसने मेरा हाल नहीं पूछा कहते हैं लफ़्ज़ों की बरसात नहीं करता एक उम्र ही…
Read Moreमेरा स्वाभिमान है यह ———— मैं गिरकर उठने का हुनर अब जान गई हूं किंलिष्ट प्रकृति का आवरण पहचान गई…
Read Moreरचना रचना मेरी कौनसी उत्तम,सोंचूँ मन ही मन ये मैं,ग़ज़ल सुरीली या गीत की सरगम,किसको मन में ध्यानूं मैं, किसी…
Read Moreभूख से व्याकुल हुआ हुआ ये शख़्स आख़िर कौन है क्या वो आदम जात है या देवता जो मौन है…
Read Moreकुछ लिख दूँ तुम पर आज प्रियेह्रदय मे तेरा नेह लिएसुन्दर शब्दो की माला गुह करडालूँ गले मे तेरे हार…
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