कविता शीर्षक :-” चलो बजारै घूमि के आई ” चलो बजारै घूमि के आई साड़ी वाड़ी लइकै आई चाट बतासा…
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Read Moreएक दिन मैं जागा मेरे भीतर दिन जागा जागने पर सूरज ने मेरा माथा चूमा मेरे भीतर एक दिन प्यास…
Read Moreविषय-आज रिश्तों में जमीं बर्फ पिघलते देखा है पानी बन आँखों से अश्क निकलते देखा है।आज रिश्तों में जमीं बर्फ…
Read Moreयह दुनिया न मेरी न तेरी रहेगी बद्री प्रसाद वर्मा अनजान यह दुनिया न मेरी न तेरी रहेगीन इतरा इतना…
Read Moreअच्छा लगता है हर पल,तेरी यादों में खोना ।याद आता वो सुखद पल,तेरी गोद में सोना ।।वो प्रकृति का करीब…
Read Moreसारे संबंध अब अर्थहीन हो गए हैंखून के रिश्ते भी अब न्यून हो गए हैंकौन कहता है कि रिश्ते टूटते…
Read Moreमेरी गजल में न रद्दोबदल की बात की बात करो,ग़ज़ल पे हो रहे रद्दे अमल की बात करो। घरों पे…
Read Moreएकाएक हम ही बौने हुए हैं ।शराफत में औने -पौने हुए हैं । दिन-रात बस यही मंथन किया करूॅंबिन बात…
Read Moreदेश का मान,सम्मान और अभिमान है, हिंदीअब तो विदेशी भी, अपनाते हिंदीहमारी संस्कृति की,प्राण है हिंदीसंस्कृत से तो जन्मी है,…
Read Moreहत्या एक जघन्य अपराध हैहत्या तब भी होती हैजब हम खामोश रहते हैं।कटते हुए जंगल को देखकरयह हत्या है आने…
Read Moreसमानुभूति की कथा कहूंसम भाव को समझ में जाऊंपर पीड़ा को समझो बेहतरहर्ष को भी समझो हंसकरभाव जीवन का सार…
Read Moreजब जून की जालिम गरमी मा ,रेलवे की यात्रा पड गइले ।जब दुइ डिब्बा के पैसेन्जर ,एक डिब्बा महियॉं घुस…
Read Moreआज फिर,तेरी याद में आंखें भर आईं हैंसंग बीतीं, कुछ खट्टी, कुछ मीठी यादें मैंने सजायी हैंमीठी यादें, ओठों पर…
Read Moreदसवे गुरु गोविंद सिंह जी केपरिवार की शहादतपूरे इतिहास में सबसे बड़ी शहादत है। धर्म और सब की रक्षा के…
Read Moreदशमेश गुरु गोविंद सिंह जीदे निक्के निक्के बच्चे सीखेड्ण खाण दी उमर सीपर हौसले बुलंद सी। औरंगजेब नू तरस ना…
Read Moreगुरु गोविंद सिंह जी की बात बताऊँसवा लाख से मै एक सिंह लड़ाऊँ। मुगलों के जब बढ़ गये थे अत्याचार,जुल्म…
Read Moreहै श्रद्धा भारतीय नारी कर नहीं सकता कोई बराबरी तुम्हारी तुम मां मे ममता हो भगिनी में समता हो तुम…
Read Moreमैं भीतर डूब जाता हूँ और पाता हूँ लहरों में एक निरर्थक पर सक्रिय तिनका जो उलझ जाता है बाहर…
Read Moreभोलापन तेरा प्यार प्यारा,चितवन तेरी मधुरिम सी,चंचल चंचल तेरे नयना,सागर की ग़हराई सी।भोलापन तेरा प्यारा प्यारा,चितवन तेरी मधुरिम सी। गोरा…
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